वाराणसी शहर पर्यटन की दृष्टि से एक पूर्णतया विकसित शहर है। वाराणसी शहर को पुराणों के अनुसार भगवान् शिव की नगरी कहा जाता है। इस कारण से भगवान् शिव को समर्पित अनेक मंदिर बने हुए है।
वाराणसी को भारत की आध्यात्मिक नगरी भी कहा जाता है। यह शहर अपने मंदिरो, संग्राहलयों, किलों और घाटों के लिए सम्पूर्ण भारत और विश्व में जाना जाता है।
How many days to visit Varanasi
वाराणसी एक ऐसा शहर है जिसे चाहे तो दो दिन में भी घूमा दो जा सकता है और इस शहर को चाहे तो दो महीनो में भी घूमा जा सकता है। यह शहर इतना विस्तृत और व्यापक है की यहाँ प्रत्येक दिन कुछ नया देखने के लिए मिल जायेगा।
यदि एक साधारण पर्यटक व् श्रद्धालु की दृस्टि से वाराणसी को घूमा जाये तो पांच से छः दिन में आसानी से वाराणसी घूमा जा सकता है।
वाराणसी में छः दिन की यात्रा के दौरान क्या क्या घूमे-Six days journey planning in Varanasi
पहला दिन
वाराणसी घूमने की शुरुआत काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के साथ की जा सकती है। इसके अतिरिक्त यहाँ अनेक मंदिर है जिन्हे आप घूम सकते है। साथ ही साथ यहां के बाज़ारो से खरीदारी भी कर सकते है। शाम को गंगा आरती का आनंद ले सकते है।
दूसरा दिन
दूसरे दिन की शुरुआत गंगा घाट पर सूर्योदय के साथ की जा सकती है। सुबह सुबह गंगा के घाटों का नजारा अद्भुत होता है। इसके अतिरिक्त यहाँ नौका विहार भी कर सकते है। यहाँ मणिकर्णिका घाट , दश्वमेध घाट , अस्सी घाट आदि घाट घूम सकते है।
तीसरे दिन
वाराणसी में भगवान् बुद्ध का स्थान सारनाथ व् उसके आस पास का स्थान घूमा जा सकता है।
चौथे दिन
वाराणसी में घूमने के विभिन्न संग्रहालय जिन्हे घूम कर विभिन्न रोचक जानकारियों को एकत्र किया जा सकता है।
पांचवे दिन
वाराणसी अनेक किले व् मस्जिदे है जिन्हे यात्रा के पांचवे दिन घूमा जा सकता है। जैसे की मान सिंह किला ,रामनगर का किला ,चुनार का किला आदि।
छठे दिन
छठे दिन संकट मोचन मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करते हुए। साथ ही साथ आस पास के क्षेत्र के दर्शन करते हुए अपनी यात्रा की समाप्ति कर सकते है।