Dev Diwali क्यों मनाते है - जानिये 8 कारण

कार्तिक मास में 3 दिवाली मनाई जाती है और पूर्णिमा की दिवाली को देव दिवाली के नाम से जाना जाता है।

पौराणिक कथाओ के अनुसार इस दिन भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुरासुर का वध किया था जिससे वो त्रिपुरारी रूम में पूजित हुए।

देव दिवाली के दिन ही पालनहार विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था।

ऐसी मान्यता है की कार्तिक पूर्णिमा को ही श्रीकृष्ण को आत्मज्ञान हुआ था।

ऐसी भी मान्यता है की इसी दिन देवी तुलसी का जन्म हुआ था।

- देवउठनी एकादशी के दिन देवता जागते है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन वो गंगा तट पर स्नान कर वो दिवाली मनाते है, इसीलिए इसे देव दिवाली कहते है।

कार्तिक की इस पूर्णिमा को ब्रह्मा, विष्णु , महेश, इंद्रा, सूर्य आदि महापुनीत पर्व की स्थापना की।

इसी दिन सीखो के पहले गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था।