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ToggleTilbhandeshwar Mahadev Varanasi/ Tilbhandeshwar Temple - तिलभांडेश्वरी मंदिर
श्री तिलभांडेश्वरी मंदिर वाराणसी का प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे बाबा तिलभांडेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में जो लिंग है वह 2500 साल पहले स्वयं प्रकट हुआ था जिस कारण इसे स्वयंभु के नाम से जाना जाता है, और वह प्रति वर्ष लंबाई में तिल भर बढ़ता रहता है, बताया जाता है कि अंग्रेज़ो के ज़माने में तिल की वृध्दि मापने के लिए लिंग पर एक धागा बांध दिया जो अगले दिन वह धागा खुद टूट गया. जिससे इस बात का अंदाजा लगाया गया की ये लिंग हर साल तिल भर बढ़ता है. यहाँ पूजा करने पर प्रसिद्धि, धन और सुख की प्राप्ति होती है.
तिलभांडेश्वर महादेव का मंदिर दो खंडों में है एक काशी खंड और दूसरा केदारखंड. काशी खंड बाबा विश्वनाथ और महामृत्युंजय से संबंध रखते है, जबकि, केदारखंड में तिलभांडेश्वर, केदारेश्वर और दूसरे शिवालय सम्मिलित हैं. ऐसा माना जाता है कि माँ शारदा ने यहाँ कुछ समय गुज़ारा था.
Tilbhandeshwar Mahadev Varanasi Location | श्री तिलभंडेश्वरी मंदिर का पता
B17/82, तिलभांडेश्वरी रोड, मालती बाग, तिलभांडेश्वरी, भेलूपुर, वराणसी, उत्तर प्रदेश, 221001, भारत.
Timing Of Tilbhandeshwari Temple | तिलभंडेश्वरी मंदिर का समय
श्री तिलभांडेश्वरी मंदिर सुबह 4:30 बजे खुलता है और रात में 9:30 बजे बन्द हो जाता है.
Tilbhandeshwari Temple Festival | तिलभंडेश्वरी मंदिर त्योहार
यहाँ पर एक अनोखी संस्कृति देखने को मिलती है यह मंदिर बनारस और मलयाली संस्कृति का मैल प्रदाशित करती है. यहाँ श्रद्धालु कई त्योहार जैसे कि महाशिवरात्रि, नवरात्रि, श्रवण, मकरशांकरात्रि, अयप्पा पूजा आदि बनाते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही मंदिर के दरवाज़े खुल जाते हैं जो शाम 6 बजे तक खुले रहते हैं, सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन ही सभी गर्भगृह में प्रवेश करने की और लिंग को स्पर्श करने की अनुमति होती है. फिर शाम 6 बजे शंख बजने के बाद कोई बाहरी व्यक्ति मंदिर में नहीं रहता है सिर्फ अर्चको द्वारा ही महाशिवरात्रि के अनुष्ठान की प्रक्रिया पुरी होती है जो अगले दिन सुबह 6 बजे तक चलती है जब तक किसी को भी गर्भ गृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होती है.
How To Reach Shree Tilbhandeshwari Temple | श्री तिलभंडेश्वरी मंदिर कैसे पहुंचे
वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो बाबतपुर में शहर के केंद्र से लगभग 26 किमी दूरी पर है। वाराणसी जंक्शन, जिसे आमतौर पर वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है, शहर का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. वाराणसी हवाई, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. जहाँ से श्री तिलभांडेश्वरी मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है.
Conclusion
Shree Tilbhandeshwari Temple | श्री तिलभंडेश्वरी मंदिर को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे Address Of Shree Tilbhandeshwari Temple, श्री तिलभंडेश्वरी मंदिर कैसे पहुंचे, Timing Of Tilbhandeshwari Temple के बारे में इस ब्लॉग में बताया गया हैं। उम्मीद करता हूँ आपको हमारी ये पोस्ट पसंद आयी होगी. अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी तो अपने दोस्तो में शेयर करना ना भूले.