रामनगर की रामलीला वाराणसी -Ram Nagar Ramleela in Varanasi in Hindi

Ramnagar Ka Ramleela- वाराणसी की प्रसिद्ध रामलीला

भारत वर्ष में अनेक राज्यों की रामलीला प्रसिद्ध है। सभी राज्य अपने अनुसार प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन करते है। इन सभी रामलीला में प्रसिद्ध है रामनगर वाराणसी की रामलीला। रामनगर की रामलीला में काशी नरेश भी भाग लेते है। रामनगर की रामलीला आधुनिकता से इतनी दूर है की इसे unesco द्वारा 2008 मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत रूप में अपनाया है।

क्या है रामलीला - What is Ramleela

रामलीला तुलसीदास द्वारा रचित रामायण का सचित्र वर्णन है। रामलीला में दिखाया जाता है की किस प्रकार भगवान् राम ने रावण का वध करके बुराई पर अच्छी की विजय प्राप्त की थी। रामलीला का आयोजन रामायण को आधार मानकर ही किया जाता है।

कहां आयोजित होती है रामनगर की रामलीला- Where is organise Ramnagar Ramleela

रामनगर की रामलीला उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में रामनगर क्षेत्र में आयोजित होती है। रामनगर के करीब 5 किलोमीटर क्षेत्र में रामलीला के लिए अयोध्या ,जनकपुरी , लंका , अशोक वाटिका , और चीर सागर का क्षेत्र बनाया गया है। इसी क्षेत्र के अंतर्गत रामनगर की रामलीला आयोजित होती है।

यहाँ की रामलीला की खास बात है की पूरा शहर इसमें भाग लेता है। जैसे जैसे कथा के पात्र एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते है। वैसे वैसे ही दर्शक भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर चले जाते है पात्रो के पीछे पीछे। रामनगर की रामलीला में कोई टिकट का प्रावधान नहीं है।  रामनगर की रामलीला खुले स्थानों पर आयोजित होती है जिसे कोई भी देख सकता है।

राम नगर की रामलीला कब आयोजित होती है -When was organise Ramnagar Ramleela

रामनगर की रामलीला प्रति वर्ष शारदीय नवरात्रो से एक माह पहले अनंत चतुर्दशी के दिन  शुरू हो जाती है और दशहेरा के दिन रावण दहन होता है। रामनगर की रामलीला करीब 31 दिन तक चलती है।  राम नगर की रामलीला भारत में सबसे अधिक चलने वाली रामलीला है।

रामनगर की रामलीला-Ram nagar Ramleela Details

वाराणसी की रामलीला करीब 200 वर्ष पूर्व वाराणसी राजा के द्वारा शुरू की गई थी। वर्तमान समय में भी काशी नरेश रामलीला में भाग लेते है।

रामनगर की रामलीला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी  करीब तीन माह पहले से ही रामलीला का अभ्यास शुरू कर देते है। अभ्यास काल के समय रामलीला के सभी चरित्रों को उनके चरित्र नाम से ही बुलाया जाता है। जिससे  की सभी चरित्र वो जीवन जिए जिसका वह अभ्यास कर रहे है।

  राम नगर रामलीला का मुख्य आकर्षण है की यहाँ आज भी रामायण उसी तरह से होती है जिस तरह से 200 साल पहले होती थी। रामलीला का मंचन गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित्र मानस की चौपाई के आधार पर होता है। यहाँ किसी भी प्रकार की लाइट या स्टेज का कोई दिखावा नहीं होता है।

रामनगर की रामलीला का मंचन देखने के लिए काशी नरेश, वाराणसी के नागरिक, देसी व् विदेशी शैलानी आते है।

रामनगर की रामलीला को लेकर भक्तो का मानना है की रामनगर की रामलीला में प्रभु श्री राम साक्षात भक्तो को दर्शन देने के लिए आते है। इसी कारण से यहाँ भक्तो का जमावड़ा रहता है।

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