Table of Contents
ToggleBest Time to Visit Varanasi
वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर पुरे भारत में ऐसा मंदिर है जहा शिव साक्षात् विराजमान है। काशी विश्वनाथ मंदिर १२ ज्योतिर्लिंग में से एक है जिसके कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। हर साल लाखो यात्री वाराणसी भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। वैंसे आप वाराणसी किसी भी समय आ सकते है लेकिन कुछ विशेष मौसम या प्रयोजन पर आने से आप वाराणसी को अच्छे से देख और समझ सकते है।
तो इस ब्लॉग में हम आपको बताने जा रहे है की अगर आप वाराणसी (Best time to visit Varanasi) विशेषकर काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए आ रहे है तो किस समय आना ज्यादा उपर्युक्त रहेगा।
महीने के हिसाब से
October to November:
काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर होता है क्योकि इस समय वाराणसी का मौसम यात्रा के अनुकूल होता हैं। अक्टूबर से नवंबर में वाराणसी का मौसम सुहावना होता है जो न ही अधिक सर्द होता है न ही ज्यादा गरम इसलिए इस मौसम में घूमने में कोई समस्या नहीं होती है और आप वाराणसी के घाटों, गलियों एवं मंदिरो को बिना थके घंटो तक घूम सकते हैं। वैसे आप बनारस किसी भी समय आ सकते है केवल बरसात को छोड़कर क्योकि इस समय ज्यादातर घाट पानी में डूब जाते है. जिसके कारण घाटों पर विचरण करने में मुश्किल होती है।
December to March:
दिसंबर से मार्च का समय भी अच्छा होता है काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने जाने के लिए। फिलहाल इस समय सर्दी ज्यादा रहती है लेकिन सुविधाओं के साथ जैसे गरम कपडे इत्यादि के साथ जायेगे तो मुश्किल नहीं होगी। बहुत से लोग गर्मी के मौसम में भी आते है क्योकि उस समय छुट्टिया चल रही होती है जिसके कारण परिवार के साथ यात्रा करने का अवसर बन जाता है।
कुछ विशेष प्रयोजनों पर
आप बनारस बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए कुछ विशेष त्योहारों या अवसरों पर भी सकते है। उस समय आपको एक विशेष संतुष्टि प्राप्त होगी।
महाशिवरात्रि के अवसर पर
महाशिवरात्रि के पर्व पर शंकर भगवान का दर्शन करने का अत्यंत पुण्य मिलता है क्योकि ये पर्व महादेव की उपासना के लिए मनाया जाता है। इस दिन लाखो श्रद्धालु बाबा को जल चढ़ाने के लिए सुबह से ही कतार में खड़े हो जाते है और मंदिर परिसर में काफी भीड़ रहती है। इस दिन काशी का एक अलग ही रंग होता है। जिसका प्रसारण बहुत से जगहों पर किया जाता है। बाबा को चढ़ाये जाने वाला खास प्रसाद ठंडई और भांग आपको हर जगह बिकते हुए मिल जायेगे। काशी में ऐसी मान्यता है की जब तक आप भाग और ठंडई का ग्रहण नहीं करते है आपका व्रत पूर्ण नहीं होगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी में आपको एक विशेष रौनक दिखेगा इसलिए अगर आप काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए वाराणसी आना चाहते है तो आपको महाशिवरात्रि से शुभ अवसर नहीं मिल सकता है।
सावन के महीने में
सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने का विशेष महत्व है क्योकि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित रहता है। यही कारण है की लाखो कावरियां सावन में जल चढ़ाने काशी आते है। इस समय आपको बाजार में भी हलचल दिखेगा। काशी में इस समय काफी भीड़ रहती है। आपको जगह जगह भोजन पंडाल लगे दिख जायेगे जहा कावरिया कुछ भोजन पानी करते है।
देव दीपावली के अवसर पर
देव दीपावली के समय आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने वाराणसी आ सकते हैं। देव दीपावली का अपना महत्व है, यह केवल काशी में ही मनाई जाती है। यह दिवाली के 21 दिन बाद मनाई जाती है। इस अवसर पर वाराणसी के सभी घाटों को दीपो से सजाया जाता है। इस दिन लाखों श्रद्धालु काशी आते हैं। पूरा काशी इस दिन दीपो के प्रकाश में जगमग करता है। ऐसी मान्यता है की इस दिन सभी देवतागण काशी में उपस्थित रहते है।
मसान होली के अवसर पर
मसान होली के मौके पर आप भगवान भोलेनाथ के दर्शन हेतु काशी आ सकते है। मसान होली वाराणसी के घाटों पर खेली जाने वाली एक विशेष प्रकार की होली होती है जिसमें किसी रंग या अबीर का इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि श्मशान की राख से यह होली खेली जाती है। पहले यह होली ज़्यादातर अघोरी और नागा साधु खेलते थे लेकिन अब आम जनता भी इसमें हिस्सा लेती है। इस दिन घाटों पर अलग ही नज़ारा देखने को मिलता है। वाराणसी की मसान होली विश्व प्रसिद्ध है। इस होली को देखने के लिए कई विदेशी पर्यटक वाराणसी आते हैं।
इसके अलावा छठ और प्रदोष के अवसर पर भी आप काशी महादेव के दर्शन के लिए जा सकते है। तो इस पोस्ट में हमने आपको बताया की Best Time to Visit Kashi Vishwanath जिसके कारण आपको सभी जानकारी प्राप्त हो गयी होगी की काशी विश्वनाथ के दर्शन करने कब जाये।