Table of Contents
ToggleAdi Keshava Mandir Varanasi- आदि केशव मंदिर
आदि केशव मंदिर गंगा और वरुणा नदियों के संगम पर स्थित है, जिसे आदि केशव घाट और अब राज घाट कहा जाता है. जैसा कि इसके नाम से पता चलता है कि यह मंदिर आदि केशव देवता को समर्पित है जोकि हिन्दू पुराणों के अनुसार आदि केशव भगवान विष्णु का 24वां अवतार है. ऐसा माना जाता है कि इस तीर्थ में स्नान कर के पूजा करने से जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है और आत्मा को एक पवित्र स्थान प्राप्त होता है.
Address Of Aadi Keshav Temple | आदि केशव मंदिर का पता
आदि केशव मंदिर, राज घाट के पास, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, 221001, भारत
Timing Of Aadi Keshav Temple | आदि केशव मंदिर का समय
आदि केशव मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुलता है फिर शाम को 4 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है, आरती का समय समान्यता सुबह 7 बजे और शाम की आरती 8 बजे होती है मगर आरती का समय बदलता रहता है.
History Of Aadi Keshav Temple | आदि केशव मंदिर का इतिहास
कहा जाता है कि यह वराणसी का सबसे प्राचीन मंदिर है जिसकी स्थापना 2000BC के आसपास की है और यह मंदिर लगभग 4000 साल पुराना मंदिर है, हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि जब भगवान विष्णु पृथ्वी पर प्रकट हुए तो उन्होंने अपना पहला कदम यहाँ रखा और अपने चरणों के निशान छोड़े जहाँ आदि केशव की मूर्ति रखी हुई है. जैसा की आदि केशव का अर्थ निकाले तो आदि मतलब प्रारंभ और केशव मतलब विष्णु का एक रूप है.
Architecture Of Aadi Keshav Temple | आदि केशव मंदिर की वास्तुकला
सबसे पहले इस मंदिर का निर्माण गढ़वाल काल में कराया गया था, परन्तु अभी जो मंदिर स्थापित है उसका पुनः निर्माण मराठा सम्राज्य के ग्वालियर के राजा श्री सिंधिया दिवान माधो ने कराया था, यहाँ एक ही छत के नीचे 4 मंदिर है, जोकि अधिकेशव, ज्ञानकेशव, पंचदेव और संगम ईश्वर नामक हैं.
मंदिर के रंगमंडप यानी के दालान में लाल पत्थरों से बने पिल्लर हैं जिनपर सुन्दर कारीगरी हैं. और मंदिर की बाहरी दिवार पर आकर्षित शिल्पकारी है. मंदिर के गर्भगृह में भगवान अधिकेशव की मूर्ति है जबकि बाकी दूसरे मंदिर मंदिरों ज्ञानकेशव और तीसरे मंदिर में संगमेश्वर् की मूर्तियाँ स्थापित हैं, और चौथा मंदिर पंचदेवता का मंदिर है.