Table of Contents
ToggleWho built the Kashi Vishwanath Temple, Varanasi?
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित भगवान् शिव का मंदिर है| यह मंदिर भगवान् शिव के ज्योतिर्लिंगों में से एक है ।
हिन्दू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार भगवान् शिव यहाँ साक्षात रूप में विराज मान है ।
पुराणों अनुसार काशी विश्वनाथ मंदिर के निर्माण की कथा बहुत पुरानी है ।
इस कथा के अनुसार एक बार भगवान् ब्रह्मा और भगवान् विष्णु के बीच अपनी शक्तियों की श्रेष्ठता को लेकर बहस हो गई ।
उस वक़्त भगवान् शिव ने स्वयं को प्रकाश के एक अंतहीन स्तंभ के रूप में बदल दिया ।
भगवान् शिव ने प्रकाश स्तंभ के अंत का पता लगाने के लिए ब्रह्मा व विष्णु को कहा | उस वक़्त विष्णु जी ने हार मान ली लेकिन ब्रह्मा जी ने झूठ बोल दिया किया मुझे अंत मिल गया है ।
ब्रह्मा जी का झूठ सुनकर भगवान् शिव क्रोध में आ गए और उन्हें श्राप दे दिया ।
इस सम्पूर्ण घटना के दौरान शिव स्तंभ से प्रकाश पृथ्वी के जिन हिस्सों पर पड़ा वह स्थान भगवान् शिव के ज्योतिर्लिंग के नाम से जाने गए ।
उसी समय से भगवान् शिव ज्योतिर्लिंग रूप में काशी विश्वनाथ मंदिर में विराजमान है ।
काशी विश्वनाथ का निर्माण
इतिहास के अनुसार सर्वप्रथम काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण कब हुआ इसके साक्ष्य इतिहास में मौजूद नहीं है |
इतिहास के अनुसार 1194 ईस्वी में क़ुतुब दीन ऐबक ने सर्वप्रथम मंदिर पर आक्रमण करके मंदिर तोड़ दिया था | उसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनः निर्माण राजा मान सिंह ने करवाया था ।
राजा टोडर मल ने अपने शासन काल में पुनः मंदिर का निर्माण करवाया गया । मुग़ल शासन के दौरान औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर वहां ज्ञानवापी मस्ज़िद का निर्माण करवाया था । अंत में 1780 में मराठा शासक महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिर का पुनः निर्माण करवाया ।
महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा निर्मित मंदिर की संरचना आज भी मौजूद है ।
नरेंद्र मोदी जी ने उसी मंदिर के चारो तरफ कॉरिडोर बनवाकर यात्रियों के लिए बहुत सारी आधुनिक सुविधाएं विकसित किया है। जिससे लाखो यात्रा जो हर साल काशी भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते है अब उनको सुविधा हो गयी है।