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ToggleGanga Festival/ Ganga Mahotsav Varanasi- गंगा महोत्सव
गंगा नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है। गंगा नदी को भारतीय सभ्यता का जनक कहना गलत नहीं होगा क्योंकि गंगा के किनारे ही भारतीय सभ्यता जन्मी और पोषित हुई है । इसी कारण गंगा नदी हिन्दू धर्म में माता के समान है । हिंदुओ के द्वारा गंगा मईया को श्रद्धा पूर्वक पूजा जाता है ।
गंगा नदी के इस महत्व को चिन्हित करने के लिए प्रतिवर्ष एक वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया जाता है । इस वार्षिक महोत्सव को ही गंगा महोत्सव के नाम से जाना जाता है ।
गंगा महोत्सव का आयोजन उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग की महोत्सव समिति द्वारा किया जाता है ।
गंगा महोत्सव का आयोजन कहाँ होता है-Where is organise Ganges Festival
गंगा महोत्सव का आयोजन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी के तट पर होता है ।
गंगा नदी का आयोजन प्रतिवर्ष गंगा के नदी के अलग तट पर होता है ।
कब होता है गंगा महोत्सव का आयोजन-When was organise Ganges Festival
गंगा महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष कार्तिक माह की प्रबोधिनी एकादशी से शुरू होकर पांच दिन तक चलता है ।
गंगा महोत्सव-The Ganges Festival details
वाराणसी का गंगा महोत्सव सामान्य रूप से गंगा क्षेत्र व उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि के जश्न का उत्सव है ।
गंगा महोत्सव भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत करने वाला एक बेहद खूबसूरत महोत्सव है । गंगा महोत्सव के दौरान पर्यटकों को संगीत और नृत्य के माध्यम से भारत की शास्त्रीय परंपरा देखने के लिए मिलती है ।
इस महोत्सव में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । यह कार्यक्रम दर्शको को मंत्रमुग्ध कर देते है । इसके अलावा यहाँ शास्त्रीय नृत्य की विभिन्न विधाओं का भी आयोजन किया जाता है ।
अब तक गंगा महोत्सव में अनेक महान कलाकारों ने अपना हुनर दिखाया है । जैसे की – बिस्मिल्लाह खान , बिरजू महाराज , गिरिजा देवी , उस्ताद अमजद अली खान , जाकिर हुसैन आदि ।
गंगा महोत्सव के आयोजन में विभिन्न प्रतियोगिताओ का भी आयोजन होता है । जिसके लिखे खेल प्रेमी वर्ष भर इंतज़ार करते है ।
गंगा महोत्सव में नौका दौड़, कुश्ती , पतंगबाजी , गंगा मैराथॉन आदि का आयोजन होता है ।
इसके साथ साथ गंगा महोत्सव में वाराणसी के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टॉल भी लगते है । जहाँ वाराणसी का स्वाद चखने के लिए भोजन प्रेमी बड़ी संख्या में आते है ।
गंगा महोत्सव में हस्तशिल्प वस्तुओं की धूम लगी रहती है ।
इसके लिए गंगा महोत्सव के दौरान अर्बन हाट , सांस्कृतिक संकुल , चौका घाट में क्राफ्ट मेला भी लगता है । जिसमे भारत के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार भाग लेते है तथा अपनी शिल्प का प्रदर्शन करते है । पर्यटक यहाँ पर शिल्पकारों से उनके द्वारा निर्मित वस्तुएं आसानी से खरीद सकते है ।
यहाँ खरीददारी के लिए रेशम , सिल्क और वाराणसी जरी के कपडे , पीतल के बर्तन , भगवान् की मूर्तियां , लकड़ी का सामान , घर की साज सज्जा का सामान आसानी से मिल जाता है
गंगा महोत्सव समापन-The Ganges Festival ending
इस तरीके से पांच दिवसीय गंगा महोत्सव वाराणसी की समृद्धि का प्रदर्शन करते हुए – अगरबत्ती की सुगंध ,गंगा में तैरते दीपों ,घाटों में होती हुई आरती और मंत्रो उच्चारण के साथ देव दीपवली के दिन संपन्न हो जाता है ।